If you want some work to be done well, then do it yourself.
“आप चाहते हैं कि कोई काम अच्छे से हो तो उसे खुद किजिए।”
एक चित्रकार का चित्र लाखों-करोडों में बिका। एक पुस्तक की लाखों करोडों प्रतें बिक गई। एक गीत ने करोडों की कमाई की। एक हफ्ते में फिल्म ने एक हजार करोड का बिजनेस कर दिया। ये सब हम रोज सुनते आए हैं, और सुनते भी रहेंगे।
इतनी बडी पृथ्वी पर कईं देश हैं। इनमें कई लोग रहते हैं। भिन्न-भिन्न प्रकार के लोग हैं। रंग-रुप-वेश-भाषा-धर्मसंप्रदाय-खानपान और रहन-सहन में काफी-कुछ बदलाव हम देख रहे हैं। इनमें कुछ अदल-बदल भी होते रहते हैं। जिसको जो पसंद आता है वो अपनाता हैं।
सृष्टि के वैविध्य में जो व्यक्ति अपनी रस और रुचि के अनुसार अपना काम चुनता हैं, और वो काम खुद करते हैं। अच्छे से करते हैं। जब वो काम खुद की नजर में परफेक्ट बनता हैं। तब वो सारी दुनिया के लिए पसंदीदा बन जाता हैं। वो काम लाखों में एक बन जाता हैं।
पहले तो अपने उस काम को चाहो। जिनके द्वारा आप अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। वो काम एकदम उत्तम तरीक़े से होना चाहिए। उनमें जान डाल देनी चाहिए। फिर देंखे, वो काम आपको बेहतर साबित कर देगा। आपकी निपुणता स्पष्ट हो जायेगी।
हा..एक बात हैं। उसे स्वीकार करने वाला समाज भी समदर्शी होना आवश्यक हैं। वो उस कलाकृति को समझने वाला हो। झवेरी ही हीरों की परख कर सकता हैं, वैसे समाज की ये दृष्टि होनी चाहिए। समाज की दृष्टि और वैयक्तिक दृष्टी में काफी अंतर हैं। समाज में कार्य की उचित्ता पर संदेहास्पद व्यवहार होगा तो वो करने वाला समाज या व्यक्ति जरुर उसका भुगतान करेगा। ये हमारें पुरखों से चली आ रही नग्न सत्यता हैं। स्वीकार करना या न करना वैयक्तिक सोच पर निर्भर हैं। ईश्वर सब देखता हैं। समाज या व्यक्ति इन वक्र दृष्टि से कहाँ मार खा रहा हैं वो भी दिखना चाहिए।
मैं बात कर रहा था एक सुंदर कार्य कैसे आकारीत होता हैं। कुदरत में ही उत्तर ढूँढते हैं। अब मैं एक छोटे से पंछी बया की बात करता हूं। पक्षी छोटा हैं लेकिन कार्य से प्रसिद्ध हैं। सब जानते हैं उसे..!
बया पक्षी को अंग्रेज़ी में ‘weaver finch’, ‘weaver’, या दूसरें शब्द में ‘weaverbird’ कहते हैं। इस वीवर बर्ड- बया पक्षी के बारे में कुछ अनसुनी बातेंः
बया पक्षी का रंग हल्का पीला होता है।
ये छोटा-सा पंछी घास के छोटे-छोटे तिनकों और पत्तियों को बुनकर एक खुबसूरत घोंसला बनाता हैं। ये लालटेन की तरह लटकता हुआ कईं जगह पाया जाता हैं।
बया पक्षी को पक्षियों का इंजीनियर भी कहा जाता है।
ज्यादातर कांटो से घिरी जगह या जहां पहुंचा नहीं जाता वैसे स्थान पर ये घोंसला बनाते हैं।
बया पक्षी बीज और कीड़ों पर फ़ीड करता है।
कभी-कभी अनाज की फसलों के लिए विनाशकारी होता है।
इसके आहार में कुछ कीट और तितलियां भी होते हैं।
इनको छोटे मेढक तथा सीप, घोंघा इत्यादि भी ले जाते देखा गया है।
(खासकर अपने बच्चों को खिलाने के लिए)
इस छोटे-से पंछी की बात रखकर मुझे आनंद मिला। घोंसला सभी पंछी बनाते हैं। लेकिन बया का घोंसला सबसे बहतरीन इसलिए है, कि वो अपना काम खुद करते हैं। बात खत्म हुई..अबतक पढा है तो अपनी सोच को आनंदित करें…मस्त रहें।
आपका ThoughtBird 🐣
Dr.Brijeshkumar Chandrarav.
Gandhinagar, Gujarat.
INDIA.
dr.brij59@gmail.com
+919428312234
વાહ…. Excellent
Good
Bat choti hai, magar bahut badi haai.
Really Engineer of the world…very nice sir.
Weaverbird is a unique in the world.
Doctor you are also UNIQUE.