‘आत्मसाथी’ एक शब्द से उपर हैं ! जीवन सफर का उत्कृष्ठ जुड़ाव व महसूसी का पड़ाव !!
शब्द की बात अनुभूति में बदलकर पढेंगे तो सहज ही आनंद मिलेगा। अंग्रेजी भाषा का एक शब्द ‘ सोलमेट’ का हिन्दी अर्थ आत्मसाथी, जीवनसाथी, घनिष्टमित्र साथ होता हैं। “आप मेरे सोलमेट हो” ये एक बेहतरीन वाक्य हैं। इसका प्रयोग कहाँ और कैसे करना हैं आप पर छोडकर में आगे बढता हूं।
‘सोलमेट’ शब्द की थोडीबहुत अर्थ बातों के साथ में सबके अनुभूति विश्व को स्पर्श कर सकता हूँ तो आज का काम तमाम..! ये बडी गहराई वाला शब्द हैं। ह्रदय में हल्की सी झनकार पैदा करनेवाला शब्द हैं। खूबसूरत ख़यालों में कुछ अनदेखे रंग भरनेवाला शब्द हैं।एक येसा गहराई वाला संबंध जो पारस्परिक समज से भी उपर अलौकिक स्वीकृति पर ज्यादा टीका हुआ हैं। अपने भीतर अनन्य भावों को प्रकट करने वाला एक संबंध..! मुझे लगता है सबको एक सोलमेट की जरूरत हैं। जीवन की अनेकानेक गतिओं में एक निरांत की अद्भुत क्षण ये संबंध से ही निर्मित होगी।
“a close friend or romantic partner with whom one has a unique deep connection based on mutual understanding and acceptance.”
सबसे बडी स्वीकृति आत्मा से जुडना ही हैं। जीवन की हर पीडा की सांत्वना, हर समस्या का समाधान और आनंद की लहरें जहाँ कभी शांत न हो ऐसा कोई संबंध सबके जीवन में हैं तो सबकुछ ठीक हैं। जीवन की प्राप्ति से गहरा संबंध हैं। और प्राप्ति की दौड बडी कठीन होती हैं। सपनें दाँव पर लगते हैं, मन मनाकर जीना पडता हैं। कुछ अनचाही स्वीकृति के बिच जीना पडता हैं। भीतर के आनंद को छिपाकर एक ओर सूरज के हवाले होना पडता हैं। कहीं सफलता से कहीं विकलता से जूझना पडता हैं। एक बिना शस्त्रों वाला युद्ध सबको पसंद न होने के बावजूद लडना पडता हैं। सुबह से श्याम तक एवं जन्म से मृत्यु तक की भागदौड..! इन सब परिस्थिति को एक ‘आत्मसंबंध’ हमारा सोलमेट बडी कोमलता से संभाल देता हैं। तब जीवन एक अच्छा मुकाम हांसिल करता हैं।
ईश्वर की उद्देश्यपूर्ण हरकतों में से ये सबसे हसीन हरक़त हैं। शायद ईश्वर की अपनी पसंदीदा हरकत भी यहीं होगी। मैंने शायद लिखा हैं, आपको ‘शायद’ हटाकर पढना अच्छा लगा..क्योंकि आपकी यादों में मैने एक हल्का सा स्पर्श कर दिया हैं। आप अपनी ‘सोलमेट’ ढूंढने लगे हैं। ईस ब्लोग को पढने वाली आँखों में नमी छा गई तो मेरा काम तमाम..! बाकी शब्दों से खिलवाड करने की ही मेरी औक़ात हैं। किसी की शब्द से उपर जीने की कोशिश होगी। कोई तो ‘सोलमेट’ से समृद्ध भी होगा !!
किसीका ‘सोलमेट’ बन जाना भी एक अनमोल संयोग हैं। महान ईश्वर अदृश्य होकर भी सृष्टि के सभी पारस्परिक सोलमेट पर कृपा बरसातें रहेंगे..!
हमारा प्रयास ईस दिशा में हैं क्या ?! हैं तो बधाई !! नहीं है तो शुरुआत आज से ही..!
आपका ThoughtBird. 🐣
Dr.Brijeshkumar Chandrarav.
Gandhinagar, Gujarat.
INDIA.
dr.brij59@gmail.com
9428312234
Very very nice.
Always new thought given by Dr brijesh.. Congratulations
Soulmate very good word.
Congratulation Dr brijesh For your Anand visav journey.
Wonderful creation my dear. आत्म मित्र is most important for the today's world.
ईश्वर की उद्देश्य पूर्ण हरकतों में से एक हरकत है । क्या गजब शब्दों का चयन है भाई साहब।
Very nice 👍
Very nice 👍