Dr Brijesh Chandrarav

Man rising from agony..!

 ईन्सान व्यथा में से खडा होता हैं।

चार्ली चैप्लिन लगभग अस्सी साल ऊपर का आयुष्य भोगने वाले इन्सान हैं। सारे जगत को हंसाने वाले चार्ली का जीवन बडी कष्टीओं में व्यतित हुआ था। वैसे तो चार्ली का पूरा जीवन एक संदेश हैं। बचपन की दारुण स्थिति में से गुज़रने के बावजूद एक बहतरीन ईन्सान उभर कर आया। शायद ईश्वर की यही करामत हैं जो तपता हैं, तड़पता है वो ही निखरता हैं। उनकी कही चार बातों पर घोर करते हैं, देखिए..!

१} जिंदगी का सबसे बेकार दिन वो दिन है, जिस दिन हमारें चहरे पर हँसी नहीं आई हों।

२} मुझे बारिश मैं चलना पसंद था क्योंकि बारिश में मेरे आंसू कोई नहीं देख सकता हैं।

३} इस दुनिया में कुछ भी परमानेंट नहीं हैं, यहाँ तक की हमारी। तकलीफ़े भी नहीं।

४} ये दुनिया के छह सबसे अच्छे डाक्टर्स है, सूरज, रेस्ट एक्सर्साइज, डाइट, सेल्फ रिस्पेक्ट और दोस्त..!

अपनी जिंदगी के सभी पड़ावों में उनके साथ जुड़े रहें और अपनी जिंदगी को खुलकर जीये। अगर आप चाँद को देखते हो तो आप उस ईश्वर की सुंदरता को देख रहे हो। अगर आप सूरज को देख रहे हो तो आप ईश्वर की ताकत को देख रहे हो। जीवन सिर्फ एक यात्रा हैं, इसलिए आज को आज जियो क्योंकि कल कभी नहीं आने वाला है..! जीवन की शानदार दृष्टी के लिए मैं ‘चार्ली चैप्लिन’ को शत-शत वंदन करता हूं। आपकी उन्नति का कारण आप खुद हैं। ईश्वरने आपको सराहा हैं, तराशा हैं। सृष्टि के रंगमंच पर सबको हँसाने का उत्कृष्ठ अभिनय आपने बखूबी निभाया हैं।

जिंदगी अनजानी-अनचाही राहों पर चलना जैसी हैं। फिर भी जिने की चाह को बरकरार रखना हैं। कुछ पल खुशी के आते हैं, कुछ पल नाखुशी के..! दिल में एक आश पलती हैं और हम उठ खडे होते हैं। कोई आज जीना सिखाता हैं, कोई कल अच्छा होगा येसी तसल्ली से जीना सिखाता हैं। कोई महेनत से निखरता हैं, कोई नसीब से..! कोई पीडाओं में से निखरता हैं। कोई दूसरों को हसाता हैं तो कोई दूसरों पर हंसता हैं। पीड़ा सहकर भी कोई हँसते रहता हैं, कोई अनहद सुख में भी रोते रहता हैं। 

जीवन की ये कैसी करुणता हैं ? न कुछ समझ में आए..! बस,समझ में आता हैं, कैसे जीना है वो अपने-अपने बस की बात हैं। अपने जीवन जीने के तरीकें हमें खुद ही दूँढने पडेंगे। ईश्वर की अदृश्य अनजान डगर पे हमें खुद ही दमदार कदम से चलना होगा।

किसी जीवन का अनुभव ज्ञान जरुरी हैं। उसमें से जो कुछ अच्छाई है, वो हमें जरुर काम आएगी। एक जीवन की बहतरीन यात्रा हमारे लिए हौंसला बन सकती हैं। जीवन की डगर पे कहीं मुसीबतों का सामना करना पडे तो वो ताकत बनकर हमारा साथ देंगे। एक ओर चार्ली संसार में हजारों को प्रेरणा देगा। जीवन की चाह खडी करना भी छोटा काम थोड़ा हैं ? अपने या पराये जीवन को ख़ुशहाल करना सामान्य हैं क्या? हरगिज नहीं जीवन अपना या पराया जीवन जीवन हैं। हँसना-हँसाना ही उत्कृष्ठ जीवन हैं..!

Humor is the best medicine of the universe.


आपका ThoughtBird 🐣

Dr.Brijeshkumar Chandrarav

Gandhinagar, Gujarat

INDIA.

dr.brij59@gmail.com

+919428312234

2 thoughts on “Man rising from agony..!”

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